IPO निवेश करना बहुत ही सरल और सस्ता है। अगर कोई ग्राहक इस बारे में कम जानकारी रखता है तो share Broker भी अपने ग्राहक का IPO फॉर्म भर देता है। कई stock Broker अपनें ग्राहकों को Tips और Tricks भी बताते हैं जिसके ज़रिये अच्छा IPO चुन कर अच्छे पैसे कामाये जा जा सकते हैं। Internet और अध्यतन Software तकनीक की सहायता से वर्तमान समय में उपभोगता बिना किसी ब्रोकर की मदद लिए हुए Online भी IPO फ़ॉर्म भर कर Investment कर सकते हैं। आइये जानते हैं IPO से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे…
IPO की प्राथमिक जानकारी
- IPO का पूरा नाम इनिशियल पब्लिक ओफरिंग होता है।
- किसी भी कंपनी के लियेIPO फ़ंड जुटाने का एक उपयोगी तरीका है।
- IPO जनता के लिये किसी लिसटेड कंपनी के शेयर की पहली बिक्री होती है।
- कंपनीIPO जारी कर प्राप्त हुए (जमा हुए) धन का उपयोग कारोबार करने और संपत्ति खरीदने हेतु करती है।`
- IPO एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे कंपनीयां अपनी पूंजी सुरक्षित करती हैं। औरIPO निवेशक को कंपनी के कारोबार से हुए लाभ का कुछ हिस्सा भी प्रदान करती हैं।
- IPO में निवेश करने के लिये चेक बूक वाला बैंक अकाउंट, डिमेट खाता एवं ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता होती है।
- बैंक अकाउंट छे महीने पुराना होना आवश्यक है।
- अगरIPO वाले शेयर को डीलेवेरी ले कर लंबे समय तक रखना है तो शेयर की रकम का पूर्ण भुगतान करना अनिवार्य है।
- दो तरीके से खोले जाते हैंIPO पहला तरीका है फ़िक्स्ड प्राइज़ IPO जिसमें शेयर की रकम पहले से तैय होती है। और दूसरा तरीका है बूक बिल्डिंग IPO जिसमें सब से अधिक भुगतान करने वाला यानी ऊंची बोली लगाने वाला शेयर को प्राप्त करता है।
- इंट्रा डे यानी एक दिन की खरीद तकनीक सेIPO शेयर खरीदना है तो केवल मार्जिन रकम अपने ट्रेडिंग खाते में रख कर ट्रेडिंग की जा सकती है। (10 हज़ार के शेयर की 20% मार्जिन 2 हज़ार होती है यानी आप 2000 रूपये जमा रख कर 10 हज़ार की ट्रेडिंग इंट्रा डे में कर सकते हैं)।
- IPO में डेरिवेटिव ट्रेडिंग यानी, फ्युचर या ऑप्शन ट्रेडिंग करनी है तो स्टॉक के पूर्ण मूल्य का कुछ हिस्सा भुगतान करना होगा और फ्युचर& ऑप्शन अनुबंध के नियमों अनुसार भविष्य की तारीख में खरीद या बिक्री कर के अनुबंध पूरा करना होता है।
- IPO द्वारा कंपनी का सार्वजनिक प्रचार भी हो जाता है। जिस से आम निवेशक उस कंपनी पर भरोसा कर के निवेश करते हैं।
- IPO द्वारा जुटाये धन से कंपनी का कारोबार बढ़ता है और निवेशक अपने निवेशित फ़ंड के ऊपर लाभांश कमाता है।
- जब भी किसी अच्छी कंपनी का नयाIPO खुलता है तो इन्वेस्टर की भीड़ लगती है। ऐसे में कई सारे निवेशकों के द्वाराIPO का आवेदन दिया जाता है। जिन इन्वैस्टर को IPO शेयर प्राप्त होते हैं वह उन्हे अपनी मर्ज़ी अनुसार रख या बेच सकते हैं और जिनहे शेयर प्राप्त नहीं होते हैं उन्हे भेजी हुई डिपॉज़िट कंपनी द्वारा वापिस दे दी जाती है।
- IPO निवेश बाज़ार के रिस्क के आधीन होता है इस लिये किसी एक्सपर्ट की राय लेने के बाद ही अच्छी कंपनी केIPO में निवेश करना चाहिए।
- ग्राहक कोIPO शेयर से जुड़ी कोई भी शिकायत हों या कोई कंपनी अनैतिक तरीके से शेयर धारकों का नुकसान करे तो SEBI (सिक्यूरिटी एक्सचेंज एंड बोर्ड ऑफ इंडिया) संस्था इन सब बातों पर हस्तक्षेप करती है।
विशेष – किसी IPO या stock Market के अन्य product में पैसे लगाने से पूर्व अच्छी तरह research कर लें। यह सारे product बाज़ार के जोख़िम के आधीन होते हैं। इस लिए निवेश करें तब किसी expert की सलाह अवश्य लें। एक ही product में सारे पैसे कभी भी निवेश ना करें। समय समय पर part profit book करते रहें।
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