हम सभी car में सफ़र तो करते ही है. आप सब airbag का नाम तो जरुर सुना होगा. लेकिन क्या आप जानते है की airbag kya hota hai aur kaam kaise karta hai. आज का हमारा यह आर्टिकल इसी विषय पर है की airbag kya hota hai aur kaam kaise karta hai. और हम आपको यह बताएँगे की कैसे यह accident होने पर हमारी सुरक्षा करता है. आखिर इसके पीछे की science क्या है.
Airbag kya hota
airbag car का कोई standard feature नहीं होता है. यह एक optional feature है. जो किसी car में होता है, किसी car में नहीं होता है. यह किसी देश में mandetory है किसी देश में mandetory नहीं है. लेकिन यह एक ऐसा device है जो accident के समय हमारे लिए extra प्रोटेक्शन का काम करता है.
यदि हम इसके technical name की बात करे तो यह है supplemental dectise system. इसका मतलब की यह stand alone device नहीं है. ऐसा बिलकुल भी नहीं है आप अपने car में airbag लिया और accident के समय आपकी जान बच जाएगी. airbag हमेशा seat बेल्ट के साथ काम करता है. और यह आपके लिए extra protection का काम करता है.
Airbag kaam kaise karta hai
हम सभी newton के action-reaction के law को जानते ही है. यदि हम किसी car से कही जा रहे है और seat बेल्ट लगाये हुए है. तभी accident होता है तो हमारा body आगे की तरफ जाता है. जिसे seat belt काफी हद तक रोक लेता है. लेकिन सर भरी होने के कारण आगे stearing wheel से टकरा जाता है जिससे हमें काफी नुक्सान होता है. कभी कभी मौत तक हो जाती है. तो ऐसे में हमारे सिर को एक landing pad की जरुरत होती है. जिससे हमारा सिर landing pad से टकराए और सिर में चोट लगाने से बच जाये. ऐसे में हम landing pad का काम airbag कर देता है.
यह airbag car में ही नहीं बहुत से bike में भी मिलते है. airbag driver के साथ साथ passenger के लिए भी होते है. इनका मुख्य काम होता है accident के समय हमारे लिए एक soft landing pad तैयार करना. जिससे हम किसी hard object से न टकराए. हमारी body कोई strong impact न झेले.
Airbag accident होने पर कैसे खुद open हो जाता है.
दरअसल car में एक accelerometer censor लगा होता है जो accident के समय लगे झटके की तेज़ी को judge करता है की car कितनी तेज़ी से रुक रही है. और उससे अधिक तेज़ी से airbag को open कर देता है.
जब हम नार्मल स्पीड से चलते है, और अचानक break लगाते है तो airbag ओपन नहीं होता है. क्योकि censor की setting इस प्रकार से की गयी होती है की एक specific limit से अधिक तेज़ी से car रुकती है. तभी censor को पता चलता है की कुछ crash हुआ है. और वह सिग्नल भेजता है inflator को inflat तभी airbag को ओपन कर देता है.
Inflator kaise काम करता है.
Inflator में एक तरफ कुछ chemical रखे होते है और एक heating element लगा होता है. heating element उन chemical को heat करता है. जिससे उन chemical में reaction होता है, जिससे nitrozen, या argon गैस निकलती है. और वह निकल कर नायलॉन के पैक में भर जाता है. और इसके चलते ही airbag बहुत तेज़ी से inflat होता है. और उसके बाद में बहुत ही तेज़ी से पिचक भी जाता है.
यदि आप car चलते समय seat belt नहीं बाधें है तो airbag होने पर भी वह बहुत असरदार काम नहीं कर पायेगा और हमें काफी नुक्सान उठाना पड़ेगा. यह लगभग 300 किमी/ घंटे की रफ़्तार से काम करता है.
Airbag ke anya Upyog
ऐसा नहीं है की airbag सिर्फ कार और bike में passenger की सेफ्टी के लिए ही प्रयोग किये जाते है. इनके अलावा भी इसके बहुत से उपयोग है. इनका उपयोग space project में भी उपयोग होता है. जैसे जब किसी अन्तरिक्ष यान को किसी अन्य ग्रह पर उतरा जाता है तो पैराशूट और airbag की मदद से ही उसे उतरा जाता है. या अन्तरिक्ष यान जब वापस धरती पर आता है तो भी इसी के मदद से उन्हें उतरा जाता है.
इन पर और भी रिसर्च चल रही है की कैसे इसके टाइमिंग को और ज्यादा accurate किया जाये, ये होने वाले impact को पहले ही भाप ले और परफेक्ट समय पर ओपन हो जाये जिससे लोगो की जान को बचाया जा सके. यह आर्टिकल airbag kya hota hai aur kaam kaise karta hai आप लोगो को कैसा लगा हमें comment box के जरिये जरुर बताइयेगा. और इसे अपने मित्रो के साथ सोशल मीडिया पर जरुर share करे.
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