आज के इंटरनेट के युग में हम अपना ज्यादातर कार्य ऑनलाइन ही करते है , बैंक ट्रांसाक्शन , बिजनेस, यहां तक कि हम ऑनलाइन अपने किए suitable जॉब्स भी करते है।
अगर हम इंटरनेट पर अपना कोई निजी अकाउंट अथवा id बनाते है तो हमे उसकी सुरक्षा की चिंता ज्यादा लगी रहती है।क्युकी जितनी तीव्र गति से इंटरनेट का विस्तार हुआ है उतने ही तीव्र गति से साइबर अपराध में भी बढ़ोतरी हुई।
अक्सर आप न्यूज़ वगैरह में देखते होंगे कि आज फला वायरस ने data को हैक कर लिया है।
अभी कुछ दिन पहले ही एक wannacry नामक ransomware ने बहुत से कंप्यूटर्स के डाटा को एन्क्रिप्टेड कर दिया था और हैकर्स ने उस डाटा को decrypt करने के लिए सौ डॉलर मांग रहे थे।
यकीन मानिए हम सब की छोटी गलतियों से ऐसे हैकर्स का फायदा होता है।
बस हमारी एक छोटी सी गलती और हैकर्स का फायदा।
चलिए कंप्यूटर डाटा की बात छोड़ते है , लेकिन हमारे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम,Net Banking आदि अकाउंट्स भी असुरक्षित है और हमारी एक छोटी सी गलती से हम अपना बहुत बड़ा नुकसान कर सकते है।
लेकिन अगर हम थोड़ी सी सावधानी बरते तो हम ऐसे ऑनलाइन अटैक्स से सुरक्षित सकते है।
इसीलिए आज की इस पोस्ट में मैं आपको +50 प्राइवेसी टिप्स बताने जा रहा हु जो कि ऑनलाइन आपके लिए बहुत ही लाभदायक साबित होंगे।
ऑनलाइन प्राइवेसी क्या है?
ऑनलाइन प्राइवेसी इंटरनेट के माध्यम से प्रकाशित व्यक्तिगत डेटा की प्राइवेसी और सुरक्षा स्तर है यह एक व्यापक शब्द है जो संवेदनशील और निजी डेटा, संचार, और प्राथमिकताओं की रक्षा के लिए उपयोग की जाने वाली कारकों, तकनीकों और तकनीकों के विभिन्न प्रकारों को संदर्भित करता है।
ऑनलाइन प्राइवेसी सभी इंटरनेट यूजर्स के लिए बहुत जरूरी है, विशेष रूप से ई-कॉमर्स फील्ड के लिए अपने data और अकाउंट को प्राइवेट रखना बहुत जरूरी होता है।
आपकी अकाउंट अथवा किसी एडमिन एरिया के सभी सुरक्षा संबंधित कार्य ऑनलाइन प्राइवेसी के अन्तर्गत आते है।
ऑनलाइन प्राइवेसी ऑनलाइन खरीद करने, सोशल नेटवर्किंग साइट पर जाने, ऑनलाइन गेम्स में भाग लेने या forums में भाग लेने के लिए किसी भी प्रयोक्ता की योजना बनाने के लिए चिंता का कारण है। अगर कोई हैकर या अन्य आपका पासवर्ड पा जाता है तो आपके अकाउंट का उसे करके वह कई तरह के साइबर अपराधों को अंजाम दे सकता है।
Hacking activities जिनसे आपके डाटा को चुराया जाता है.
#Phishing
Phishing एक तरह की हैकिंग एक्टिविटी है जिसमें हैकर्स किसी स्पेसिफिक साइट का क्लोन बना करके विक्टिम के पास भेज देते है।और जैसे ही विक्टिम उस साइट में अपना यूजरनेम और पासवर्ड डालकर लॉगिन करता है , तैसे ही वो इंफॉर्मेशन हैकर्स के पास बहुत जाती है।
फिर वे उसका प्रयोग करके आपके अकाउंट में लॉगिन करके आपके डिटेल्स को एक्सेस कर सकते है या फिर उन्हें मॉडिफाई कर सकते है।
#Pharming:
ये भी एक तरह की हैकिंग एक्टिविटी है जिसमें हैकर्स यूजर्स को उसकी रियल वेबसाइट की जगह किसी अन्य ip address पर रेडायेक्ट कर देते है।#Spyware:
स्पाइवेयर एक तरह का ऑफलाइन एप्लिकेशन होता है जिसे आपके कंप्यूटर में इंस्टॉल करके आपके ऊपर नजर रखी जाती है।और जब आप ऑनलाइन होते है तो ये spywares आपके पासवर्ड,login details, personal data को spyware source को भेज देते है।
#Malware:
Malwares एक तरह के एप्लिकेशन होते है जिनका यूज करके कोई भी illegaly आपके कंप्यूटर को ऑफलाइन या ऑनलाइन डैमेज कर सकता है।अथवा आपके पूरे डाटा को virus,trojan,spywares का यूज करके एन्क्रिप्ट कर देता है।
ऑनलाइन प्राइवेसी के खतरों को कम कैसे करें।
कुछ टिप्स जो आपको ऑनलाइन सेक्योर रखेंगी।
#1. हमेशा अपने डिवाइस में प्रिवेंटिव सॉफ्टवेयर्स का use करें।एंटीवायरस और फायरवॉल का यूज हमेशा करें क्योंकि Antivirus ,Antispam , AntiMalwares और Firewalls आपके डिवाइस में किसी भी प्रकार के वायरस अटैक्स को कम करते है।
और आपके device को malwares और spywares से प्रोटेक्ट करते है।
#2. unreliable websites पर कभी भी शॉपिंग मत करें क्युकी हैकर्स ऐसी साइट्स का यूज करके आपके क्रेडिट कार्ड डिटेल्स को चुरा कर ऑनलाइन सेल कर देते है।
#3.LowerSecurity लेवल वाली वेबसाइट पर कभी भी अपने पर्सनल डाटा को एक्सपोज ना करें।
क्युकी आपके पर्सनल डाटा को साइट्स स्टोर कर लेती है और हैकर्स आपके डाटा का मिसयूज करते है ।
#4. अपने ब्राउज़र का कैश डाटा और हिस्ट्री को समय समय पर क्लीन करते रहना चाहिए।
#5. ऑनलाइन प्राइवेसी का मुख्य part पासवर्ड्स है उनको थोड़ा लोग और डिफिकल्ट रखें।
Example:67#320@&98@#&Hindi&
सिक्योरिटी के लिए इतना लंबा पासवर्ड्स रखें जिसमें स्पेशल characters, symbols, numbers हो।
#6. अगर आप कोई ऐसा search engines ढूंढ रहे है आपको ट्रैक ना कर पाए।
तो आप DuckDuckGo सर्च इंजन यूज करेें।
ये दुनिया का मोस्ट सेक्योर सर्च इंजन है।
#7. torproject ब्राउज़र की मदद से आप गुमनाम (anonymous) रूप से सर्फ कर सकते हैं, Anonymously Browsing कैसे करें। अपनी रियल आइडेंटिटी को ऑनलाइन हाइड कैसे करें इसकी पूरी जानकारी यहां है ।
हैप्पी सर्फिंग
#8. क्या आप जानते है कि आपके फोन के ऐप्स भी आपके डाटा को शेयर करते है जो की आपके प्राइवेसी के लिए हानिकारक है।
इसीलिए बेहतर है कि आप अपने फोन की सेटिंग्स में जाकर ऐप्स परमिशन को चेक कर सकते है।
ऐप्स की permissions को मॉडिफाई करने के लिए lucky patcher app का यूज कीजिए।
#9. अपने डिवाइस के cameras को हमेशा hide करके रखें जिसके कोई भी आपको ट्रैक ना कर सके।और कभी भी fake audio jack को प्लगइन मत करें क्युकी ये आपकी आवाज रेकॉर्ड्स करके spyware source को सेंड करते है।
#10. Use/Enable 2-factor authentication (2FA)
जो ऐप्स आप डेली basis पर यूज करते है उनमें 2FA यूज करें।
(more Coming Soon)
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निष्कर्ष :-
तो आज के लिए बस इतना ही अगर आपको किसी प्रकार की जानकारी चाहिए तो आप यहां पर comment करें। हम उस पर एक detailed पोस्ट लिखने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आती है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। Tags Security Useful-InfoSubscribe Our Newsletter